शादी की पहली वर्षगांठ (The First Wedding Anniversary - Hindi Poem)
सोचा था शादी की पहली वर्षगांठ कुछ यूं होगा,
एक केक होगा, कुछ मोमबत्तियां होंगी,
थोड़े गुलाब होंगे कुछ एहसास बेहद खास होंगे,
शायद कुछ पकवान होंगे अपनों के कुछ कॉल होंगे,
हम दोनों एक साथ होंगे,
जो मिलकर बीते साल को याद करेंगे,
शादी की एलबम और वीडियो से जी लेंगे वो खूबसूरत पल,
हां ऐसा ही सोचा था कि होगा ये खास दिन.
आज हमारी शादी की पहली वर्षगांठ है,
ना तुम पास हो ना केक है ना मोमबत्तियां,
और ना गुलाब है ना तुम्हारे पास होने का एहसास .
थोड़ा अकेलापन है, थोड़ी मायूसी है,
माहौल में कुछ अजीब सी खामोशी है
लेकिन कुछ तो साथ है,
अपनेपन का एहसास दिलाती तुम्हारी तस्वीर है ,
अब तक बिताए गए पलों की स्मृतियां हैं,
हमेशा साथ रहने का वादा और इरादा है,
जल्दी ही हम साथ होंगे ऐसा भरोसा है.
तुम अभी दूर ही सही लेकिन,
मुझ में तुम्हारे होना का एहसास है,
हां, आज हमारी शादी की पहली वर्षगांठ है.
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रचनाकार - प्रमोद कुमार कुशवाहा
Image Credits : Pixabay
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