खंडी : सुंदर झरनों वाला गाँव(Trip to Khandi)
शानदार, ज़बरदस्त, ज़िंदाबाद। जी हाँ, आज हम जानने वाले हैं ऐसे ही एक स्थान के बारे में जिसकी खूबसूरती को शब्दों में बयां करना थोड़ा मुश्किल है। पुणे(Pune) के लगभग 80 किलोमीटर दूर मावल(Maval) तालुका में स्थित खंडी(Khandi) अपने बेहतरीन झरनों(Waterfalls) और मनमोहक नज़ारों के लिए जाना जाता है। पुणे से मुंबई जाने के पुराने राजमार्ग(Mumbai Pune Old Highway) पर कान्हे फाटा(Kanhe Phata) होते हुए हम खंडी(Khandi) आसानी से पहुँच सकते हैं। मॉनसून के समय सह्याद्रि के पहाड़ों(Sahyadri Hills) के बाकी दर्शनीय स्थानों की तुलना में खंडी(Khandi) थोड़ा कम प्रसिद्ध है लेकिन कम भीड़भाड़ की वजह से यही इसके ज्यादा अच्छे होने की वजह भी है। यहाँ रास्ते के एक ओर सुंदर पहाड़ है तो दूसरी ओर ठोकरवाड़ी बाँध(Thokarwadi Dam) का बैकवाटर(Backwater)।
मॉनसून(Monsoon) के मौसम में एक सुबह हम लोग भी अपने दोस्तों के साथ खंडी(Khandi) के लिए चल पड़े। बारिश के समय सह्याद्रि के पहाड़ की सुंदरता अपने चरम पर होती है। खंडी(Khandi) में रास्ता बहुत ही सपाट और अच्छा है जिसके कारण यह बाइक राइडिंग(Bike Riding) और साइकिलिंग(Cycling) के लिए भी बेहतरीन स्थान है। पहाड़ के ऊपर से गिरते झरनों की बहुत सारी कतारें देखने लायक थीं। सड़क के दोनों ओर धान के हरे भरे खेत(Beautiful Rice Fields) बहुत अच्छे दिख रहे थे। कुछ खेतों में किसान धान की रोपाई भी करते हुए दिखे। खंडी(Khandi) में सड़क के पास में एक बहुत प्यारा सा मंदिर भी था। इसकी बनावट की शैली आम मंदिरों से अलग थी। मौसम बहुत अच्छा था और बारिश की हल्की बूंदें ठंढी हवाओं के साथ मिलकर माहौल को अच्छा बना रही थीं।
खंडी(Khandi) के मुख्य झरनों में बेंदेवाड़ी झरना(Bendewadi Waterfall), जगताप झरना(Jagtap Waterfall) और लालवाड़ी झरना(Lalwadi Waterfall) प्रमुख हैं। हम लोगों ने सभी झरनों को देखा। खंडी(Khandi) में स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा भोजन भी व्यवस्था भी उपलब्ध है। बेंदेवाड़ी झरने(Bendewadi Waterfall) के पास हम लोग एक घर में भोजन के लिए रुके। भोजन करने से पहले हम लोग बेंदेवाड़ी झरना(Bendewadi Waterfall) देखने के लिए गए। गाँव से झरने तक की पगडंडी के दोनों ओर धान के सुंदर खेत(Beautiful Rice Fields) थे। लगभग 10 मिनट के बाद हम लोग बेंदेवाड़ी झरने(Bendewadi Waterfall) के पास पहुँच गए। यह बहुत खूबसूरत झरना था। पानी गिरने से झरने का शोर बहुत तेज़ था। यहाँ हम लोग पानी की धारा में बैठकर देर तक मस्ती करते रहे। बेंदेवाड़ी झरने की ऊँचाई और पानी की मात्रा ज्यादा होने की वजह से पानी की लहरे बहुत तेज़ थी।
अब भूख लगने लगा था। बारिश में भीगने के वजह से सर्दी भी लग रहा था। हम लोग वापस गाँव में आकर जल्दी से कपड़े बदल लिए। हमारा भोजन तैयार हो रहा था। खाना चूल्हे पर पक रहा था। जहाँ पर चूल्हा जल रहा था उसी कमरे में बैठकर खाने की व्यवस्था थी। चूल्हे की आग से यह कमरा गर्म था। हमें यहाँ बैठना बहुत अच्छा लगा। खाने की थाली में महाराष्ट्र का प्रसिद्ध व्यंजन झुणका, भाकरी, इंद्रायणी भात, चटनी और अचार था। गर्मागरम भोजन खाने में बहुत मज़ा आया। यह वाकई बहुत लज़ीज़ था। भरपेट खाने के बाद अब हम लोग खंडी(Khandi) से वापस अपने घर की ओर चल पड़े।
मुझे खंडी(Khandi) बहुत ही सुंदर लगा। यहाँ के मनमोहक नज़ारे, पहाड़, झरने, धान के सुंदर खेत, बैकवाटर और टेढ़े मेढ़े सुंदर रास्ते बेहतरीन हैं। खंडी(Khandi) में बाइक राइडिंग(Bike Riding) और साइकिलिंग(Cycling) सबको करना चाहिए। मेरा सुझाव(Recommendation) है कि आप खंडी(Khandi) में मॉनसून के समय ज़रुर चाहिए और आप जब भी खंडी(Khandi) जाइये यहाँ के गाँव में ही भोजन करिये। यकीन मानिये आपके लिए यह ना भूलने वाला अनुभव होगा।
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